अंजीर एक ऐसा फल है जो स्वादिष्ट होने के साथ ही बहुत फायदेमंद भी है। इस फल का सेवन दो तरह से किया जाता है – पहला ताजे फल के रूप में और दूसरा सूखने के बाद। यानी अंजीर का उपयोग फ्रूट और ड्राई फ्रूट दोनों ही रूप में होता है। यह फल दोनों ही तरह से बहुत गुणकारी है। ऐसी मान्यता है कि अंजीर हमारी पृथ्वी पर पाए जाने वाले सबसे प्राचीन फलों में से एक है। अंजीर जितना हमारी सेहत के लिए लाभकारी है, वहीं इसके थोड़े-बहुत नुकसान भी हैं। तो चलिए इसी के साथ हम आगे बढ़ते हैं और अंजीर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अंजीर क्या है (What is Fig) – Anjeer in Hindi
अंजीर हल्के पीले रंग का एक फल होता है। यह पकने के बाद गहरा सुनहरा या कभी-कभी बैगनी रंग का भी हो सकता है। अंजीर का वैज्ञानिक नाम फिकस कैरीका है और अंग्रेजी में इसे fig कहा जाता है। वैज्ञानिक तौर पर यह माना जाता है कि अंजीर जीनस फीकस से संबंधित है तथा शहतूत के परिवार का ही एक सदस्य है। अंजीर का पेड़ ज्यादातर सूखे और धूप वाले क्षेत्र में अधिक तेजी के साथ उगता है। इसके अलावा पहाड़ी इलाके में भी अंजीर का पेड़ बहुत ही आसानी से निकल आता है। इस पेड़ की ऊंचाई 7 से 10 मीटर तक की होती है। अंजीर के हर एक पेड़ की उम्र लगभग 100 साल तक की होती है।
अंजीर के प्रकार (Types of Figs)
यदि अंजीर के प्रकार की बात करें तो स्वाद, आकार और रंग के आधार पर अंजीर पांच प्रकार की होती है
(1) ब्लैक मिशन
इस प्रकार की अंजीर बाहर से काली या हल्की बैंगनी रंग की होती है, जबकि अंदर से इसका रंग गुलाबी होता है। यह स्वाद में मीठी और रस से भरपूर होती है। इसका अधिक इस्तेमाल केक या खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए होता है।
(2) कैलीमिरना
इस तरह की अंजीर बाहर से हरी-पीले रंग की रहती है। इसका स्वाद सभी अंजीरों से अलग होता है तथा आकार के मुकाबले में भी यह सभी अंजीरों से बड़ी होती है।
(3) कडोटा
इस प्रकार की अंजीर का रंग हरा होता है और इसका गुदा बैंगनी रंग का होता है। खाने में यह सभी प्रकार की अंजीरों से कम मीठी होती है। इस तरह की अंजीर को हम कच्चा भी खा सकते हैं।
(4) ब्राउन तुर्की
यह अंजीर बाहर से बैंगनी रंग की होती है और इसका गुदा लाल रंग का होता है। इस प्रकार की अंजीर हल्के स्वाद की और कम मीठी होती है। यह ज्यादातर सलाद के स्वाद को बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है।
(5) एड्रियाटिक
यह बाहर से हल्की हरी और अंदर से गुलाबी रंग की होती है। इस प्रकार के अंजीर का रंग सबसे हल्का होता है, इसलिए यह सफेद अंजीर के नाम से भी जानी जाती है। यह अंजीर सबसे मीठी होती है, जिसका सेवन फल के रूप में किया जा सकता है।
अंजीर की तासीर और सेवन का सही समय (Figs effect and exact time of intake)
अंजीर एक ऐसा फल है, जिसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका ज्यादा मात्रा में सेवन कभी-कभी हमारे शरीर में रक्तस्नाव का कारण भी बन जाता है। अंजीर के द्वारा रेटीना रक्तस्नाव, रेक्टल रक्तस्नाव तथा योनि में हल्का रक्तस्नाव होने का खतरा रहता है। इसके अलावा आपके शरीर में हेमोलिटिक एनीमिया जैसी समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए अंजीर का सेवन एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए और उपरोक्त में से कोई भी परेशानी होने पर आपको अंजीर खाना बंद कर देना चाहिए।
वैसे तो अंजीर का प्रयोग किसी भी समय हल्के आहार के रूप में किया जा सकता है, लेकिन अंजीर के सेवन का सबसे अच्छा समय सुबह का ही होता है। अंजीर को सुबह के समय खाने से शरीर को अधिक फायदा मिलता है। इसके अलावा यदि आप रात के समय अंजीर का सेवन करते हैं तो यह ज्यादा लाभदायक नहीं होता।