eating raw cranberries benefits

क्रैनबेरी यानी करोंदा। करोंदा का बहुत छोटा सा फल होता है जो खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है और साथ ही स्वास्थ्य के लिए वरदान होता है। देखने में ये गहरा गुलाबी रंग होता है। इसका स्वाद और पेय पदार्थ, सॉस के रूप में प्रयोग किया जाता है। इनमार्किट में डॉक्यूमेंट्री कैनबेरी भी मिल रही है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और बहुत सारा पोषक तत्व मौजूद होता है जिसके कारण इसमें सुपरफूड कहा जाता है। आज इस पोस्ट में हम आपको बताते हैं के लाभ सी रैनबेरी जिसमें बताया गया है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे, इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

करोंदे के फायदे | के लाभ सी रैनबेरी

क्रैनबेरी पोषण

  • मूत्र संक्रमण के रोगियों के लिए लाभकारी (मूत्र संक्रमण के रोगियों के लिए फायदेमंद)

क्रैनबेरी/करोन्डा में मूत्र संक्रमण शामिल होने से उन्हें बहुत फ़ायदा होता है। शोध के अनुसार करोंदे में प्रोएथोकेनिडिन नामक तत्व होता है जो उन किताबों को कम करने में मदद करता है जो मूत्र मार्ग की दीवारों पर होता है।

  • दिल को तंदुरुस्त बनाए रखता है पागल

अध्ययन के अनुसार करोंदे या इसके रस के सेवन से व्यक्ति में अच्छा कोलेस्ट्रोल बन रहा है। अच्छा कोलेस्ट्रोल यानी एचडीएल कोलेस्ट्रोल। पॉलीफेन्स का तत्व यह होता है कि जो हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और व्यक्ति हार्ट अटैक के खतरे से बचा रहता है। गर्मी के मौसम में इसे नियमित रूप से खाया जाए तो व्यक्ति दिल से संबंधित अभ्यास से बचा रहता है।

    • कैंसर को ठीक करने में मदद

क्रैनबेरी ट्यूमर की गति को कम करने में क्रैनबेरी के अनुसार कुछ अनुसंधान कंपनी मदद कर सकती है। उनके अनुसार करोंदा कोलन कैंसर, अग्न्याशय कैंसर, स्तन कैंसर और स्केल कैंसर के इलाज में भी सहायक होता है।

  • दांतों के लिए हानिकारक

करोंदे का सेवन न केवल दांत बल्कि मसूड़ों से निकाले गए उत्पादों से बचें और इसे रोकने में मदद करता है। इसमें मौजूद प्रोएंथोसायनिडिन तत्त्व दांतों से कोशिकाओं और जीवाणुओं को दूर किया जाता है। अगर कच्चा करोंदो की चबाया जाए तो दांतों के दर्द में आराम मिलता है और मसूड़ों में हुई सूजन कम होती है।

  • याददाश्त के लिए फायदेमंद (याददाश्त के लिए फायदेमंद)

जिसमें आपकी याददाश्त दोस्ती हो उन्हें करोंदे का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट दिमाग के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

  • मोटापा कम करने में मदद (मोटापा कम करने में मदद)

करोंदे में फैट को कम करने का गुण होता है। इसमें तलाक होता है जिसके कारण इसके सेवन के बाद बहुत देर तक व्यक्ति को उसकी भूख नहीं लगती और व्यक्ति को पेट भरा सा महसूस होता है।

  • त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद (त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद)

करोंदे में त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने का गुण होता है। एक बाउल में 1/4 टेबल स्पून क्रैनबेरी ऑयल, 2 टेबल स्पून क्रैनबेरी तेल और 1/4 कप डालें और अच्छे से मिक्स करें। अब इसे फेस पर रखें और 10 मिनट बाद धो ले। इससे आपकी त्वचा को पोषण मिलेगा और वो मुलायम होगी। अगर इसका नियमित सेवन किया जाए तो व्यक्ति के चेहरे से झुर्रियां कम होती हैं।

  • इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद (प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करें)

करोंडो के नियमित सेवन से इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है और व्यक्ति सुरक्षा से बचा रहता है। मौजूद फाइटोकेमिकल्स और क्लिप्स इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है।

  • कब्ज की परेशानी में आराम (कब्ज की परेशानी से राहत)

कच्चे करोंडो की सब्जी खाने से किसानों को परेशानी में राहत मिलती है।

  • बुखार में राहत (बुखार से राहत के लिए सहायता)

अगर वो करोंदे के पत्तों का स्वाद पिए तो उन्हें आराम मिल सकता है।

  • सूखी खांसी में आराम (सूखी खांसी से राहत)

सूखी खांसी हो गई हो उन्हें 1 टेबल स्पून शहद में 1 टेबल स्पून करोंदे का रस बड़े पैमाने पर चाहिए, आराम से आएँ।

  • पत्नियों को ठीक करने में मदद (पत्नियों को ठीक करने में मदद)

अगर बिवाईयां हो गई हो तो करोंदो के बीज निकालो और उसे तेल में अच्छे से पकाकर बिवाईयो पर प्लान करो, तुम्हें जल्दी ही फायदा नजर आएगा।

  • आयरन की कमी दूर करने में मदद (आयरन की कमी को दूर करने में मदद)

इनमे शामिल है खून की कमी इनके लिए करोंडो का सेवन अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद आयरन खून की कमी को दूर करने में मदद करता है।

  • जूँ से छुटकारा (जूँ से छुटकारा)

जहां सिर में जुए हो उन्हें करोंदे का पत्तो को पीसकर बालो की जदो पर चढ़ना चाहिए, फायदा होगा।

  • मिर्गी में लाभदायक (मिर्गी में फायदेमंद)

जिनकी मिर्गी की शिकायत हो उन्हें दही में 5 ग्राम करोंदे के पत्ते, पीसकर खाने से आराम मिलता है।

  • पित्त और अरुचि जैसे विकार में पित्त (पित्त और अरुचि जैसे विकारों में लाभकारी)

जिसमें पित्त और अरुचि की याचिका शामिल है, उन्हें जलाए गए करोंदे खाने चाहिए, लाभ होगा।

पेट को स्वस्थ बनाये रखें

क्रैनबेरी कैसे खाएं

शोध के अनुसार करोंदे में रंगद्रव्य नामक तत्व होता है जो शोध को कम करने में मदद करता है। इसलिए करोंदे के सेवन से पेट की बीमारी ठीक हो जाती है और व्यक्ति पेट के अल्सर जैसी परेशानी से बचा रहता है।

  • किडनी के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद (गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद)

यूटीआई का समय पर इलाज न होने पर किडनी को नुक्सान तक पहुंचाया जा सकता है। ऐसे में अगर करोंदे का सेवन किया जाए तो किडनी को नक्सान मिलने से बचा जा सकता है।

  • गर्भावस्था में संक्रमण से बचाव (गर्भावस्था में संक्रमण से बचाव)

करोंदे में मौजूद एंटी डिटेक्टिव गुण गर्भवती महिला को किसी भी तरह के संक्रमण से बचाया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें इसका ज्यादा से ज्यादा सेवन न करें और इसका सेवन पहले महिला को अपने डॉक्टर से सलाह लेकर जरूर करें।

  • सर्पदंश पर प्रयुक्त औषधि (सर्पदंश की स्थिति में उपयोगी)

जिसे सांप ने काट लिया हो उसे करोंदो के तने को पानी में अच्छे से वैल्यूकर, गुडकर पिला दे, जहर का असर कुछ हद तक कम हो जाएगा।

  • हड्डियों के लिए फायदेमंद (हड्डियों के लिए फायदेमंद)

करोंडो में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है। उन्हें करोंदे या उसके उत्पाद का सेवन करना चाहिए। शोध के अनुसार कुछ कंपनी अपनी कैल्शियम की मात्रा बढ़ाने के लिए करोंदे के उत्पाद का उपयोग करती है।

  • बढ़ती उम्र के साथ परेशानियो को दूर करने में मदद

व्यक्ति को बढ़ती उम्र के साथ हो रही परशानियां जैसे बार-बार भूल जाना, झेलनी खराब है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति करोंदे का सेवन करे तो इस कमी को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। इसके कारण करोंडो में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स मौजूद हैं।

  • फेफड़े में होने वाली सूजन को कम करने में मज़ा आता है

इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण फेफोडो में सूजन आ जाती है। अगर करोंदे का सेवन नियमित रूप से किया जाए तो इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाले वायरस को संपर्क में नहीं आने देता और इससे फेफडो में संक्रमण बढ़ने से रुक जाता है।

अब आप फ़ायदे का सी रैनबेरी जान के बारे में बताया गया है, उम्मीद है आप करोंडो का सेवन जरूर शुरू करेंगे।

यदि आप इनमें से कुछ और सिद्धांतों के बारे में जानते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।